Capacitor क्या है कैपसिटर के प्रकार कैपेसिटर का कार्य संधारित्र क्या है

Capacitor क्या है कैपसिटर के प्रकार कैपेसिटर का कार्य संधारित्र क्या है

कैपिसिटर एक इलेक्ट्रॉनिक कॉन्पोनेंट है जो कि लगभग सभी सर्किट में इसका इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि हर रेडियो टेलीविज़न इत्यादि .Definition of capacitor in hindi ? Capacitor एक इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट है जिसमें इलेक्ट्रिक चार्ज स्टोर हो जाता है.कैपेसिटर दो कंडक्टर सामान्यतः दो प्लेटों से बना होता है. और इन दोनों प्लेटों के बीच में डाई इलेक्ट्रिक मटीरियल लगाया जाता है जिससे यह अलग हो जाते हैं.जब कैपेसिटर को किसी पावर सोर्स के साथ में जोड़ दिया जाता है तो यह इलेक्ट्रिक चार्ज को स्टोर कर लेता है. और इसके अंदर लगी दोनों प्लेट यह चार्ज स्टोर करने का काम करती है जिसमें से एक प्लेट पर पॉजिटिव चार्ज होता है और दूसरी पर नेगेटिव चार्ज होता है.

1 वोल्ट के वोल्टेज पर कैपेसिटर के अंदर चार्ज होने वाले इलेक्ट्रिक चार्ज की amount को capacitance कहते हैं. कैपेसिटेंस को मापने की इकाई Farad (F) है.कैपेसिटर के अंदर लगी प्लेट की संख्या को बढ़ाकर इसका capacitance भी बढ़ाया जा सकता है .तो आज की पोस्ट कैपेसिटर के बारे में हैं अगर आप भी कैपेसिटर के बारे में पूरी जानकारी पाना चाहते हैं तो हमारी यह पोस्ट पूरी पढ़ें इसके अंदर आपको types of capacitor in hindi,capacitor theory in hindi,type of capacitor in hindi के बारे में बताया जाएगा.

Construction of a Capacitor in Hindi

Parallel plate capacitor कैपेसिटर की सबसे साधारण बनावट होती है . यह दो धातुओं की प्लेट को एक दूसरे के समानांतर दूरी पर रखा जाता है. अगर कैपेसिटर के साथ में पावर सोर्स को जोड़ा जाए और कैपेसिटर की पॉजिटिव टर्मिनल पर पावर सोर्स का पॉजिटिव टर्मिनल जोड़ दिया जाए और नेगेटिव टर्मिनल पर पावर सोर्स का नेगेटिव टर्मिनल जोड़ दिया जाए तो कैपेसिटर चार्ज हो जाता है और इसमें इलेक्ट्रिक चार्ज Store हो जाता है.

Q= CV

ऊपर दिया गया फार्मूला हर जगह सही तरह से काम नहीं करेगा क्योंकि किसी भी कैपेसिटर का capacitance उसका कैपेसिटर में लगी हुई प्लेटों के ऊपर निर्भर करता है.

कैपसिटर के प्रकार Capacitor Symbols

कैपेसिटर Symbols मुख्यतः तीन प्रकार का होता है : Fixed Capacitor, Polarized capacitor, Variable capacitor जिन का Symbols नीचे दिया गया है.

Fixed Capacitor :

फिक्स कैपिसिटर वह होते हैं जिनका मान बदला नहीं जा सकता. और इन में प्रयोग होने वाले डाई इलेक्ट्रिक के आधार पर यह आगे कई प्रकार के होते हैं.

1.पेपर कैपिसिटर

इस प्रकार के चित्रों में पेपर डाई इलेक्ट्रिक का इस्तेमाल किया जाता है और यह पेपर मोम या तेल में डूबा होता है. इन कैपिसिटर की परत बारीक एल्मुनियम या टिन की होती है. इस प्रकार के कैपिसिटर में दो परत TIN Foil और दो परत पेपर की होती है. और इन औरतों को एक दूसरे के ऊपर रखा जाता है और इन को आपस में लपेटकर इन पर मोम डाला जाता है इनकी क्षमता लगभग 600 वाल्ट तक होती है और इनकी कैपेसिटी 0.001 µF से 1.0 µF तक हो सकती है और इनका इस्तेमाल सबसे ज्यादा रेडियो-टीवी इत्यादि में किया जाता है.

2. सिरेमिक कैपिसिटर

इस प्रकार के कैपिसिटर में एलमुनियम की दो प्लेट होती है जिन्हें सिरामिक कंपाउंड की परत से अलग किया जाता है यह कैपिटल बहुत ही छोटे आकार के होते हैं और इनकी क्षमता 5PF से 0.1 µF तक होती है. इस प्रकार के रजिस्टर का इस्तेमाल ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स के सर्किट में किया जाता है.

३. माइका कैपिसिटर

इस प्रकार के रजिस्टर में माइका को डाई इलेक्ट्रिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है इस में धातु कोयल और मायका की परत को एक दूसरे के ऊपर बारी-बारी से रखकर किसी दबाव से लपेटा जाता है और इनमें Capistance की मात्रा बिल्कुल कम होती है और इन पर तापमान का कम असर होता है .इस प्रकार की कैपिसिटर की कैपेसिटी 500PF से भी कम होती है और इनका इस्तेमाल रेडियो और टेली कम्युनिकेशन के सर्किट में किया जाता है.

4. इलेक्ट्रोलाइट मिस्टर

इस बार के टेस्ट में इलेक्ट्रोलाइट को डाई इलेक्ट्रिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है यह दो एलमुनियम की भर्ती से बनाया जाता है जिसमें 1 पर आउट साइड की परत चढ़ाई जाती है इलेक्ट्रोलाइट अधिकतर अमोनियम बोरेट या सोडियम फास्फेट का गोल होता है इन्हें दो प्रकार से बनाया जाता है. गिले रूप में और अर्ध शुष्क रूप में.

वेरिएबल कैपेसिटर

इस प्रकार के रजिस्टर का मान बदला जा सकता है. इन कैपेसिटरों की प्लेट में हवा को डाई इलेक्ट्रिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और यह कैपेसिटर बहुत ही कम कैपेसिटी के बने होते हैं. इस कैपेसिटर की प्लेटे एक सॉफ्ट के साथ में जुड़ी होती है जो कि अंदर घूमती है जिसके कारण इस की कैपेसिटी को कम या ज्यादा किया जा सकता है. यह कैपेसिटर ज्यादातर रेडियो या TV में इस्तेमाल किया जाता है.

Basic Circuits of a Capacitor

कैपेसिटर को सर्किट में दो तरह से लगाया जा सकता है समानांतर या क्रमबद्ध ( Series ) तो नीचे आपको यह दोनों तरीके दिखाए गए हैं और इनमें क्या अंतर हैं यह भी बताया गया है.

Capacitors Connected in Series

जब दो या दो से अधिक का पत्थरों को सीधे एक-दूसरे के सिर पर जोड़ा जाए इस प्रकार के कनेक्शन को सीरीज कनेक्शन कहते हैं. और सीरीज कनेक्शन में जुड़े हुए सभी कलेक्टर का चार्ज एक समान होता है. परंतु इनकी वोल्टेज अलग-अलग होती है नीचे आपको सीरीज में कैपेसिटर के कनेक्शन दिखाए गए हैं.

उपरोक्त डायग्राम में देख सकते हैं कि कैपेसिटर C1,C2,C3 क्रम में लगाए गए हैं और इन तीनों कैपेसिटरो पर दी गई वोल्टेज V1,V2,V3 होगी और इन क्रम में जुड़े कैपेसिटरो का चार्ज F एक समान होगा.
जब तक कैपिसिटर सीरीज में लगे होंगे तब इनका का capacitance निकालने का फार्मूला नीचे दिया गया है. क्योंकि जब यह सीरीज में जुड़े होंगे तो यह अलग तरीके से इनका capacitance निकलेगा और जब यह समानांतर जुड़ेंगे तब इनका capacitance अलग तरीके से निकलेगा.

Capacitors Connected in Parallel

दो या दो से अधिक कैपिटल के टर्मिनलों को नेगेटिव टर्मिनल को नेगेटिव टर्मिनल से पॉजिटिव टर्मिनल को पॉजिटिव टर्मिनल से जोड़ा जाए तो यह सामानांतर जुड़ जाते हैं जिसे पैरलेल कनेक्शन कहते हैं.नीचे आपको तीन कैपेसिटर पैरलल कनेक्शन के साथ में दिखाए गए हैं

जब कैपेसिटर समानांतर जुड़े होते हैं तो इनका कैप्सटेंस आपस में जुड़ जाता है जिस का फार्मूला आपको नीचे दिखाया गया है.

C Total = C1 + C2+………….. +Cn

इन दोनों फार्मूला से आप किसी भी कैपेसिटर का capacitance  माप सकते हैं.

कैपेसिटर का उपयोग

कैपेसिटर का इस्तेमाल बहुत से सर्किट में किया जाता है कैपेसिटर का कार्य होता है कि वह AC सप्लाई को जाने देता है और DC सप्लाई को रोक लेता है इसीलिए  इसका इस्तेमाल बहुत सारी सर्किट में आपको देखने को मिलेगा जिनके कुछ सर्किट ओ के नाम नीचे दिए गए हैं.
• Filtration circuit
• Coupling circuit
• Delay Timing circuit
• Capacitor Polority

कैपेसिटर कैसे चेक करे

यदि किसी कपैसिटर की continuity चेक करने पर मीटर की सुई कोई डिफ्फ्लेक्शन नहीं देती है मतलब अधिकतम resistance दिखता है। तो कपैसिटर सही भी हो सकता है और ओपन भी हो सकता है।  क्युकी न तो सही कपैसिटर dc को pass करता है न open कपैसिटर।
Shoting condition:- यदि मीटर से कपैसिटर की कन्टीन्यूटी चेक करने पर मीटर की सुई full deflection show करती है। मतलब मीटर की सुई बाये से दाई ओर शून्य पर आ जाती है तो कपैसिटर short है।

इस पोस्ट में आपको कैपेसिटर का उपयोग, संधारित्र क्या है, कैपेसिटर का कार्य, capacitor definition in hindi, कैपेसिटर कैसे चेक करे, कंडेंसर क्या है, के बारे में पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में कुछ और जानना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके पूछो

14 thoughts on “Capacitor क्या है कैपसिटर के प्रकार कैपेसिटर का कार्य संधारित्र क्या है”

  1. श्री मान जी
    कितने माइक्रो फेरेड का कैपेसिटर कितना चार्ज स्टोर कर सकता है इसका कोई कैलकुलेशन करने के बारे में कुछ बताएं
    प्लीज…

  2. Induction motor May laga hua 50 mfd 440volt condenser ki pahchan kaise kiya jaye ki wah 250volt ka hai ya 440 volt ka hai

  3. कैपेसिटर का कार्य होता है कि वह AC सप्लाई को जाने देता है और DC सप्लाई को रोक लेता है

    ye sahi he ya galat

  4. Aapne capacitor ke type to btaye hai but inki images ho to unhe bhi show kraye jisse hume confirm ho sake ki circuit me kaun sa capacitor kha pr use hua hai…

  5. इसका मान और क्षमता कैसे निकले स्ट कृपया बतायें

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