ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
Automobile Engineering शाखा इंजीनियरिंग में काफी बड़ी शाखा है और आप ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग आईटीआई पॉलिटेक्निक से कर सकते हैं. इससे पहले हमने एक पोस्ट में ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग क्या हैऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग बुक्स ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग बेसिक्स ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग इन हिंदी ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स से संबंधित काफी जानकारी दी थी .
अगर आप ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से अभी पढ़ाई कर रहे हैं तो आज इस पोस्ट में हम आपको ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर एक लाइन में दे रहे हैं जिससे वह आपको आसानी से याद हो जाएंगे और यह प्रशन और उतर आपके परीक्षा में भी पूछे जा सकते हैं इसीलिए इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें और अगर आपको यह प्रशन और उतर फायदेमंद लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.
1. बैटरी की हाफ डिस्चार्ज के समय स्पेसिफिक ग्रेविटी 1.190 से 1.210 रहती है.
2.ऑटो साइकिल में स्थिर आयतन पर ऊष्मा दी जाती है.
3.लेड एसिड बैटरी में लगा इलेक्ट्रॉन सल्फ्यूरिक एसिड का बना होता है
4. वेट लाइनर की बाहरी सतह को फिनिश नहीं करना पड़ता है.
5. स्टीययरिंग गेयर बॉक्स में S.A.E. 90 गेयर ऑयल तेल डाला जाता है.
6.व्हील ट्रैक अगले दोनों टायरों के बीच की दूरी को कहते हैं.
7. हाइड्रोमीटर से स्पेसिफिक ग्रेविटी को मापते हैं.
8.अश्व शक्ति एवं ब्रेक अश्व शक्ति के अनुपात को मैकेनिकल एफिशिएन्सी कहते हैं.
9.समय से पूर्व इंजन वाल्व का खुलना लीड कहलाता है.
10. इंजन लोड पर तो ठीक चलता पर आईडलिंग और कम गति पर ठीक नहीं चलता क्योंकि आइडियल स्पीड का गलत समायोजन है .
11. डीजल इंजन का उच्च कंप्रेशन रेशियो 11:1 से 20:1 तक होता है.
12.मोटर गाड़ी को किसी मरम्मत के लिए या सर्विसिंग के लिए उठाने के लिए हाइड्रोलिक लिफ़्ट कार्य करता है.
13. प्रोपेलर शाफ़्ट की मेंटेनेंस के लिए ज्वाइंट में ग्रीस भरी रखनी चाहिए.
14.समय के बाद इंजन वाल्व का खुलना लैग कहलाता है.
15.सन 1920 ई. में सर्वप्रथम न्यूमेरिक टायर पहली बार मोटर गाड़ियों में प्रयोग में लाये गये .
16. ऑटोमोबाइल के आविष्कार का श्रेय जर्मनी देश को मिला .
17. रेलवे का स्टीम इंजन उदाहरण एक्सटर्नल इंजन है.
18. कार बस ट्रक आदि वाहनों में डिस्क व्हील लगाया जाता है.
19. हीट इंजन वह इंजन जो हीट एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में बदलता है.
20.हाइड्रोलिक क्लच का दूसरा नाम फ्लूयूड फ्लाई हील है.
21.अंतर्दहन इंजन गैस का वर्किंग प्रेशर तथा टेंपरेचर बहुत अधिक होता है.
22.बैटरी की फुल डिस्चार्ज के समय स्पेसिफिक ग्रेविटी 1.285 से 1.250 रहती है.
23. इंजन वाल्व का फेस वाल्व रिफेसिंग मशीन द्वारा ठीक किया जाता है.
24.इंजेक्शन का कार्य किसी भी बहने वाली वस्तु को सीमित स्थान में दबाव के साथ प्रेस करना है.
25.इंजन अत्यधिक आवाज करता है क्योंकि गजन पिन और स्माल बियरिंग घिस गए .
26. इंजेक्टर द्वारा 1500-2000 पौंड प्रति वर्ग इंच दबाव का डीजल इंजन इंजेक्ट किया जाता है.
27.डीजल साइकिल में स्थिर दबाव पर ऊष्मा दी जाती है.
28.ट्रैक्टर इंजन की ड्रा बार अश्वशक्ति जो ट्रैक्टर के हीच बिंदु पर प्राप्त होती हैं
29.ड्राई लाइनर की मोटाई 1.5 मिमी से 3 मिमी रहती है.
30.वाल्व टाइमिंग में इनलेट वाल्व तथा एग्जास्ट वाल्व का ओवर लैपिंग 16 डिग्री पर होता है.
33. टायर के बाहर का भाग जो सड़क पर घूमता है वह ट्रिड कहलाता है.
34. इंजन में अत्यधिक काला धुआं कम्बस्टन चैम्बर में तेल के जलने से निकलता है.
35. कंप्रेशन स्ट्रोक में खुला हुआ इनलेट वाल्व भी बंद हो जाता है.
36. पिस्टन रिंग गैप 0.178 से 0.50 मिमी तक होता है .
37.डायनेमो गाड़ी में बैटरी को सदा चार्ज रखता है.
38. वैकिल रोटरी इंजन का आविष्कार 1924 ई. में किया गया.
39. बोर तथा स्ट्रोक के अनुपात को बोर स्ट्रोक अनुपात कहते हैं.
40. इंजन अत्यधिक गरम थर्मोस्टेटिक वाल्व खराब होने पर होता है.
41.फोर स्ट्रोक इंजन वाटर कूल्ड होता है.
42.डिस्ट्रीब्यूटर के सी.वी. प्वाइंट में 0.35 मिमी से 0.50 मिमी तक गैप रखा जाता है.
43. कास्ट आयरन सिलेंडर में सिलिका की मात्रा 0.63% रहती है.
44. पिस्टल अपने स्ट्रोक में सिलेंडर के अंदर जिस चरम बिंदु तक ऊपर जाता है वह बिंदु T.D.C. कहलाता है.
45.ऑटोमोबाइल वर्कशॉप में नापने वाले स्टील फुट रुल ,वायर गेज ,फिलर गेज औजार होते हैं.
46.ट्रैक्टर की वह शक्ति जो ट्रैक्टर को चलाने में खर्च होती है जबकि उस पर कोई लोड न हो वह फ्रीक्शनल अश्वशक्ति कहलाता है.
47. टू स्ट्रोक इंजन एयर कूल्ड होता है.
48.इलियट टाइप फ्रंट एक्सल U आकर का होता है.
49.डीजल इंजन का कंप्रेशन टेंपरेचर 650 डिग्री से 800 डिग्री F होता है.
50.सिलेंडर का अंदरूनी व्यास बोर कहलाता है.
51.वाल्व टाइमिंग में इनलेट वाल्व 219 डिग्री पर खुलता है .
52.टू स्ट्रोक इंजन के प्रत्येक चक्कर में एक पावर स्ट्रोक होता है.
53. किसी इंजन में खर्च फ्यूल एनर्जी एवं आउटपुट के अनुपात को ब्रेक थर्मल एफिशिएन्सी कहते हैं .
54.वाल्व टाइमिंग में एग्जास्ट वाल्व 232 डिग्री पर खुलता है .
56. बहिर्दहन इंजन की एफिसिएंसी कम होती है.
57.रिम वृत्ताकार आकार का होता है.
58. फोर स्ट्रोक इंजन के प्रत्येक दो चक्कर में एक पावर स्ट्रोक होता है .
59. पिस्टन रिंग को पिस्टन पर चढ़ाने के लिए रिंग एक्सपैडर यंत्र काम में लाया जाता है .
60.वाल्व टाइमिंग इनलेट तथा एग्जास्ट वाल्व का निश्चित समय पर खोलने की व्यवस्था कहलाता है.
61.एग्जास्ट स्ट्रोक में एग्जास्ट वाल्व खुल जाता है.
62.सामान्य डीजल टैंक के क्षमता 40 लीटर होती हैं (बस ट्रक आदि को छोड़कर)
63. पिस्टल अपने स्ट्रोक में सिलेंडर के अंदर जिस चरम बिंदु तक नीचे जाता है वह बिंदु B.D.C. कहलाता है.
64. पिस्टन द्वारा एक स्ट्रोक में खाली किए गए आयतन को पिस्टन डिस्प्लेसमेंट कहते हैं.
65.पिस्टन के T.D.C. पर पहुंचने के बाद पिस्टन के ऊपर बचे स्थान के आयतन को क्लियरेंस वोल्यूम कहते थे.
66. बैटरी की शक्ति सेलों की संख्या और सेलों में प्रयुक्त प्लेटो की संख्या पर निर्भर करती है.
67. कंट्रोल रॉड स्टाप कंट्रोल रॉड की समिति चाल करने के लिए प्रयोग किया जाता है .
ऊपर आपको ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग क्या हैऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग बुक्स ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग बेसिक्स ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग इन हिंदी ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं जो कि इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के लिए बहुत ही जरूरी है अगर आप भी इंजीनियरिंग करते हैं चाहे वह आईटीआई से हो या फिर पॉलिटेक्निक से हो तो आपको यह प्रशन और उत्तर ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए यह आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं.
FORE STROK ENGNE KE BARE MAI BATAIYE